चाइ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चाइ पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रा॰ चय,] शरीर । देह । उ॰—सा पंजर दिय राज बर । सस्त्र लगै नहिं चाइ ।—पृ॰ रा॰ २५ । ५२५ ।

चाइ ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चाय] उमंग । उ॰—किय हाइलु चित — चाइ लगि बजि पाइल तुव पाइ । पुनि सुनि सुनि मुँह मधुर धुनि क्यों न लालु ललचाइ ।—बिहारी र॰, दो॰ २१२ ।