चाटु
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
चाटु संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. मीठी बात । प्रिय बात । उ॰—घनआनँद जीवन प्रान सुजान तिहारियै बातनि जीजिऐ जू । नित नीके रहौ तुम चाटु कहाय असीस हमारियौ लीजियै जू ।— रसखान॰, पृ॰ ५६ ।
२. झूठी प्रशंसा या विनय से भरी हुई ऐसी बात जो केवल दूसरे के प्रसन्न या अनुकूल करने के लिये कही जाय । खुशामद । चापलूसी ।