चिंतन संज्ञा पुं॰ [सं॰ चिन्तन] [वि॰ चिंतनीय, चिंतित, चिंत्य] ध्यान । बार बार स्मरण । किसी बात को बार बार मन में लाने की क्रिया । उ॰—श्री रघुबीर चरन चिंतन तजि नाहीं ठौर कहूँ ।—तुलसी (शब्द॰) । २. विचार । विवेचन । यौ॰—चिंतनशील = विचारक ।