चिंपाजी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चिंपाजी संज्ञा पुं॰ [अं॰ शिंपैजी] अफ्रीका का एक बनमानुस जिसकी आकृति मनुष्य से बहुत कुछ मिलती जुलती है । विशेष—इसका सिर ऊपर चिपटा, माथा दबा हुआ, मुँह बहुत चौड़ा, कान बड़े और उभड़े हुए, नाक चिपटी तथा शरीर के बाल काले और मोटे होते हैं । इसके सिर, कंधे और पीठ पर बाल घने और पेट तथा छाती पर कम होते हैं । इसका मुख बिना रोएँ का और रंग गहरा ऊदा होता है । दोनों ओर के गुलमुच्छे काले होते हैं । इसका कद भी मनुष्य के बराबर होता है । चिंपाँजी जुंड़ में रहते हैं ।