प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
चित्रांग ^१ वि॰ [सं॰ चित्राङ्ग] [वि स्त्री॰ चित्रांगी] जिसका अंग विचित्र हो । जिसके अंग पर चित्तियाँ, धारियाँ हों ।
चित्रांग ^२ संज्ञा पुं॰
१. चित्रक । चीता ।
२. एक प्रकार का सप । चीतल ।
३. चीतर मृग ।
३. ईंगुर ।
५. हरताल ।