चीवर
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
चीवर संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. योगियों, संन्यासियों या भिक्षुओं का फटा पुराना कपडा ।
१. बौद्ध संन्यासियों के पहनने के वस्त्र का ऊपरी भाग । विशेष—बौद्ध संन्यासियों के पहनने का वस्त्र दो भागों में होता है । ऊपरी भाग को चीवर और नीचे के बाग की निवास कहते हैं ।