चुल ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ चल (= चंचल) १. किसी अंग के मले या सहलाए जाने की इच्छा । खुजलाहट । २. मस्ती । कामोद्वेग । मुहा॰—चुल उठना = (१) खुजलाहट होना । (२) प्रसंग की इच्छा होना । काम का वेग होना । चुल मिटाना = कामवासना तृप्त करना ।