चुस्त
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चुस्त ^१ वि॰ [फ़ा॰]
१. कसा हुआ । जो ढोला न हो । संकुचित । जैसे,—यह अंगा बहुत चुस्त है ।
२. जिसमें आलस्य न हो । तत्पर । फुरतीला । चलता । यौ॰—चुस्त चालाक = तेज और समझदार । चुस्तदम = दृढ़ व्यक्तित्व जिसका हो । जिसके निश्चय में ढीलढाल न हो । दृढ़ निश्चयवाला । उ॰—इस राह पहुँचै चुस्तदम करि नाँ व उसका लेह ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २८४ ।
३. दृढ़ । मजबूत ।
चुस्त ^२ संज्ञा पुं॰ जहाज का वह भाग जो अदर की ओर झुका हो । मूढ़ा ।—(लश॰) ।
चुस्त ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भूने हुए मांस का जला हुआ भाग ।
२. भूना हुआ मांस ।
३. तुष । भूसी ।
४. छाल । छिलका [को॰] ।