चुस्त

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चुस्त ^१ वि॰ [फ़ा॰]

१. कसा हुआ । जो ढोला न हो । संकुचित । जैसे,—यह अंगा बहुत चुस्त है ।

२. जिसमें आलस्य न हो । तत्पर । फुरतीला । चलता । यौ॰—चुस्त चालाक = तेज और समझदार । चुस्तदम = दृढ़ व्यक्तित्व जिसका हो । जिसके निश्चय में ढीलढाल न हो । दृढ़ निश्चयवाला । उ॰—इस राह पहुँचै चुस्तदम करि नाँ व उसका लेह ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २८४ ।

३. दृढ़ । मजबूत ।

चुस्त ^२ संज्ञा पुं॰ जहाज का वह भाग जो अदर की ओर झुका हो । मूढ़ा ।—(लश॰) ।

चुस्त ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. भूने हुए मांस का जला हुआ भाग ।

२. भूना हुआ मांस ।

३. तुष । भूसी ।

४. छाल । छिलका [को॰] ।