चूरना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चूरना †पु क्रि॰ स॰ [सं॰ चूर्णन]
१. चूर करना । टुकडे़ टुकडे़ करना ।
२. तोड़ना । तोड़ डालना । उ॰— (क) ब्रह्मरंध्र फोरि जीव यों मिल्यो घुलोक जाई । गेह चूरि ज्यों चकोर चंद्रमैं मिलै ऊड़ाय । — केशव (शब्द॰) । (ख) बाँधि गा सुवा करत सुख केली । चूरि पाँख मेलेसि धरि डेली ।— जायसी (शब्द॰) ।