चेटकी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चेटकी संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चेटक]

१. इंद्रजाली । जादूगर । उ॰— किसवी किसान कुल बनिक, भिखारी, भाट चाक चपल नट, चोर, चार चेटकी ।— तुलसी ग्रं॰, पृ॰ २२० ।

२. अनेक प्रकार के कौतुक करनेवाला । कौतुकी । उ॰— परम गुरु रतिनाथ हाथे सिर दियो प्रेम उपदेश । चतुर चेटकी मथुरानाथ सो कहियो जाय आदेश ।— सूर (शब्द॰) ।