चेप
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चेप ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चिपचिप से अनु॰]
१. कोई गाढ़ा चिपचिपा या लसदार रस । जैसे, — आम का चेप, सीतला का चेप ।
२. लासा जो चिड़ियों को फँसाने के लिये बाँस की लग्घियों में लगाया जाता हैं । उ॰— बनतन कौ निकसत लकत हँसत हँसत उत आय । दृगखंजन गहि लै गयो, चितवनि चेप लगाय ।— बिहारी (शब्द॰) ।
चेप ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चोप] चाव । उत्साह ।
चेप ^३ संज्ञा पुं॰ [अनु॰] ढेला । मिट्टी का ढेला । उ॰— हमरे बचने जे तोहहि बिराम । फेके लेओ चेप पवि पुनु ठाम ।— विद्यापति, पृ॰ ३०३ ।