चेल
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चेल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] वस्त्र । कपडा । यौ॰— चेलगंगा = महाभारत में वर्णित एक नदी जो गोकर्ण के समीप है । चेलचीरा = वस्त्र से फाडा हुआ टुकडा । चेलधावक, चेलनिर्णेजक, विलप्रक्षालक = धोबी ।
चेल ^२ वि॰ अधम ।निकृष्ट । विशेष— इसका प्रयोग समस्त पद के अंत में होता है । जैसे, — भार्याचेल = अधम या निकृष्ट पत्नी ।