चौ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

चौ ^१ वि॰ [ सं॰ चतु; प्रा॰ चउ ] चार (संख्या) । यौ॰—चौपहल । चौबगला । चौमासा । चौधडा । विशेष—इस अर्थ में इस शब्द का प्रयोग अब समास ही में होता है ।

चौ ^२ संज्ञा पुं॰ मोती तौलने का एक मान । जौहरियों का एक तौल ।

चौ ^३ प्रत्य॰ [ सं॰ स्य अथवा त्यक्, प्रा॰ च्चआ, तुल मरा॰ चा ] [ अन्य रूप चइ, चउ, ची, चो ] संबंध कारक विभक्ति । का । उ॰— सादूलौ लाजै ससाँ, घात करण घिरताँह कूँभाथल चौ खाय पल, गजमोती खिरताँह ।—बाँकी॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ३१ ।