चौहरा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]चौहरा ^१ वि॰ [हिं॰ यौ (=चार)+हर (प्रत्य॰)]
१. जिसमें चार फेरे या तहें हों । चार परतवाला । जैसे, चौहरा कपड़ा । †
२. चौगुना । जो चार बार हो । उ॰—दोहरे, तिहरे, चौहरे भूषन जाने जात । बिहारी र॰, दो ६८० ।
३. चार लड़वाला । उ॰—हीरा लाल जवहिर घर के मानिक मोती चौहरा । कौन बात की कमी हमारै भरि भरि राषै भौंहरा ।—सुंदर ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ९१४ ।
चौहरा ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ चौघड़ा] वह पत्ता जिसमें पान के बीड़े लपेटे हों । चौघड़ा ।