छगना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

छगना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ चकन, हिं॰ छकना] तृप्त होकर उन्मत्त होना । भर जाना । छकना । उ॰—चहुआन कन्ह अग्गै सुब र ता पच्छै लोहन दग्यौ । जाजुलित सत्त बर बीर मति बीर बीर रस सौ छग्यौ ।—पृ॰ रा॰ ५ । ४३ ।