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छतरी

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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छतरी संज्ञा पुं॰ स्त्री॰ [सं॰ छत्र]

१. छाता ।

२. पत्तों का बना । हुआ छाता । उ॰—लै कर सुघर खुरुपिया पिय के साथ । छइबै एक छतरिया बरखत पाथ । —रहीम (शब्द॰) ।

३. मंड़प ।

४. राजाओं की चिता या साधु महात्माओं की समाधि के स्थान पर स्मारक रूप से बना हुआ छज्जेदार मंड़प ।

५. कबूतरों के बैठने के लिये बाँस की फट्टियों का बना हुआ टट्टर जो एक ऊँचे बाँस के सिरे परबँधा रहता है ।

६. कहोरों की ड़ोली के ऊपर छाया के लिये रखा हुआ बाँस की फट्टियों का ट्टर जिसपर कपड़ा ड़ालते हैं ।

७. बहल या इक्के आदि के ऊपर का छाजन ।

८. जहाज के ऊपर का भाग ।

९. खुमी । कुकुरमुत्ता ।

१०. छोटा छाता ।

११. एक प्रकार का गुब्बारा या छाता जिसके सहारे व्यक्ति वायुयान से कूदकर जमीन पर आ सकता है । पैराशूट ।