छतरी
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]छतरी संज्ञा पुं॰ स्त्री॰ [सं॰ छत्र]
१. छाता ।
२. पत्तों का बना । हुआ छाता । उ॰—लै कर सुघर खुरुपिया पिय के साथ । छइबै एक छतरिया बरखत पाथ । —रहीम (शब्द॰) ।
३. मंड़प ।
४. राजाओं की चिता या साधु महात्माओं की समाधि के स्थान पर स्मारक रूप से बना हुआ छज्जेदार मंड़प ।
५. कबूतरों के बैठने के लिये बाँस की फट्टियों का बना हुआ टट्टर जो एक ऊँचे बाँस के सिरे परबँधा रहता है ।
६. कहोरों की ड़ोली के ऊपर छाया के लिये रखा हुआ बाँस की फट्टियों का ट्टर जिसपर कपड़ा ड़ालते हैं ।
७. बहल या इक्के आदि के ऊपर का छाजन ।
८. जहाज के ऊपर का भाग ।
९. खुमी । कुकुरमुत्ता ।
१०. छोटा छाता ।
११. एक प्रकार का गुब्बारा या छाता जिसके सहारे व्यक्ति वायुयान से कूदकर जमीन पर आ सकता है । पैराशूट ।