छतीसा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]छतीसा वि॰ [हिं॰ छत्तीस] [वि॰ स्त्री॰ छत्तीसी]
१. जिसे छत्तीस बुद्धि हो । चतुर । सयाना । चालाक । उ॰—(क) पीसी है मनोज की सी छूटेगी छतीसी छँटी सुरत उड़ी सी भरी भाग की नदी सी है ।—रघुराज (शब्द॰) । (ख) आए हौ पठाए वा छतीसे छलिया के इतै बीस बीसै ऊधी बीरबावन कलोंव ह्वै ।—रत्नाकर, भा॰ १, पृ॰ १४५ ।
२. मक्कार । धूर्त । जैसे,—नाई की जाति बड़ी छतीसी होती है ।