छत्रचक्र
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]छत्रचक्र संज्ञा पुं॰ [सं॰] शुभाशुभ फल निकालने के लिये फलित ज्योतिष का एक चक्र । विशेष—इसमें नौ नौ घरों की तीन पंक्तियाँ बनाते हैं जिनमें क्रमशः अश्विनी से लेकर अश्लेषा तक, मघा से लेकर ज्येष्ठा तक और मूल से रेवती तकनौ नक्षत्रों के नाम रखते हैं । फिरनक्षत्र के नाम के अनुसार शुभाशुभ की गणना करते हैं ।