छहत्तर वि॰ संज्ञा पुं॰ [सं॰ ष्टसप्तति, प्रा॰ छस्सयरि , छहत्तर] दे॰ 'छिहत्तर' । उ॰—ताके दम की छहत्तर हजार की हुंडी भई ।—दो सौ बावन॰, भा॰ १, पृ॰ १६३ ।