छाँड़ना पु † क्रि॰ स॰ [सं॰ छर्दन, प्रा॰ छड्डन] छोड़ना । त्यागना । उ॰—सप्त दीप भुज बल बस कीन्हें । लेइ लेइ दंड छाँड़ि सब दीन्हें ।—तुलसी (शब्द॰) ।