छायापथ
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
छायापथ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. आकाशगंगा । हाथी की डहर । आकाश जनेऊ ।
२. देवपथ । उ॰—नील नभोमंडल सा जलनिधि, पुल था छायापथ सा ठीक । खींच दी गई एक अमिट सी पानी पर भी प्रभु की लीक ।—साकेत, पृ॰ ३९० ।
३. आकाश । उ॰—छायापथ में नव तुषार का सघन मिलन होता जितना ।—कामायनी, पृ॰ ८ ।