छिड़कना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]छिड़कना क्रि॰ स॰ [हिं॰ छींटा + करना]
१. पानी या किसी और द्रव पदार्थ को इस प्रकार फेकना कि उसके महीन छींटे फैलकर इधर उधर पड़ें । पानी आदि के छींटे डालना । भिगोने या तर करने के लिये किसी वस्तु पर जल बिखराना । जैसे, पानी छिड़कना, रंग छिड़कना, गुलाबजल छिड़कना । उ॰— पानी छिड़क दो तो यहाँ की धूल बैठ जाया ।*—(शब्द॰) ।
२. न्योछावर करना । जैसे, जान छिड़कना (स्त्री) ।
३. भुरकना । भुरभुराना ।