छीपना ^१ क्रि॰ स॰ [सं॰ क्षिप] कँटिया में मछली फँसने पर उसे बंसी के द्वारा खींचकर बाहर फेंकना ।
छीपना ^२ † क्रि॰ स॰ [सं॰ स्पर्शन, प्रा॰ छिवण] दे॰ 'छूना' । उ॰—रैदास तूँ कावँच फली तुझे न छीपै कोइ ।—रै॰ बानी, पृ॰ १ ।