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छैल

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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छैल पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ छवि+प्रा॰ इल्ला (प्रत्य॰), प्रा॰ छबिल्ल, छयल्ल, छइल्ल] सुंदर और बना ठना आदमी । सुंदर वेश- विन्यासयुक्त पुरुष । वह पुरुष जो अपना अंग खूब सजाए हो । बाँका । शौकीन । रँगीला । उ॰—छरे छबीले छैल सब सूर सुजान नवीन । जुग पदचर असवार प्रति जे असिकला प्रवीन ।—मानस, १ । २९८ । यौ॰—छैल चिकनियाँ । छैल छबीला ।

छैल चिकनियाँ संज्ञा पुं॰ [देश॰] शौकीन । बना ठना आदमी । उ॰—छैल चिकनिया उभै घनेरे ।—कबीर॰ सा॰, पृ॰ ३१ ।