जंजरित पु वि॰ [हिं॰ जं ( = जनु) + सं॰ जटित, हिं॰ जरित] ग्रथित सा । जड़ा हुआ सा । उ॰—नयन उदय पुंडरिक प्रसन अमरीय सु राजै । गुंजहार जंजरित तड़ित बद्दरि सु विराजै ।—पृ॰ रा॰ २ ।५१० ।