जंजालिया वि॰ [हिं॰ जंजाल + इया (प्रत्य॰)] १. जंगजाल या जंजाल रचनेवाला । बखेड़ा करनेवाला । उ॰—वाह रे ईश्वर । तेरे सरीखा जंजालिया कोई जालिया भी न निकलैगा ।— श्यामा॰, पृ॰ ५ । २. झगड़ालु । उपद्रवी । फसादी ।