जकरना पु क्रि॰ स॰ [हिं॰ जकड़ना] दे॰ 'जकड़ना' । उ॰— श्यामा तेरे नेह की डोर जकरि जिय मोर ।—श्यामा॰, पृ॰ १७१ ।