जख † संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ जाका, हिं॰ जक] सुख । चैन । उ॰—उन संतन के साथ से जिवड़ा पावै जख । दरिया ऐसे साघ के चित चरनो ही रख ।—दरिया॰ बानी, पृ॰ २ ।