जगना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
जगना क्रि॰ अ॰ [सं॰ जागरण]
१. नींद से उठना । निद्रा त्याग करना । सोने की अवस्था में न रहना । क्रि॰ प्र॰—उठना ।—जाना ।—पड़ना ।
२. सचेत होना । सावधान होना । खबरदार होना ।
३. देवी देवता या भूत प्रेत आदि का अधिक प्रभाव दिखाना ।
४. उत्तेजित होना । उमड़ना या उभड़ना । वेग से प्रकट होना । जैसे, शरीर में काम जगना ।
५. (आग का) जलना । बलना । दहकना । जैसे, आग जगना । उ॰—करि उपचार थकी सवे चल उताल नँदनंद । चंदक चंदन चंद ते ज्वाल जगी चौचंद ।—श्रृं॰ संत॰ (शब्द॰) ।
६. जगमगाना । चमकना । जैसे, ज्योति जगना ।