जगप्रान पु संज्ञा पुं॰ [जगत् + प्राण] वायु । समीरण । उ॰— थावत ही हेमंत तो कंपन लगो जहान । कोक कोकनद भे दुखी अहित भए जगप्रान ।—दीन॰ ग्रं॰, १९५ ।