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जङ्घ

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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जंघ ^१पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ जङ्घा] दे॰ 'जंघा' । उ॰—जानु जंघ त्रिभंग सुंदर कलित कंचन दंड़ । काछनी कटि पीत पट दुति, कमल किसर खंड ।—सूर॰, १ ।३०७ ।

जंघ ^२ † संज्ञा पुं॰ [सं॰ जङ्घा] जाँघ में पहनी जानेवाली जाँघिया ।