जङ्घाल

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जंघाल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ जङ्घाल]

१. धावन । धावक । दूत ।

२. भावप्रकाश के अनुसार मृग की सामान्य जाति । विशेष—इस जाति के अंतर्गत हरिण, एण, कुरंग, ऋष्य, पृषत, न्यंकु, शंवर, राजीव, मुंडी आदि हैं । तामड़े रंग के हिरन को हरिण, कृष्णवर्ण को एण, कुछ ताम्र वर्ण लिए काले को कुरंग, नीलवर्ण को ऋष्य, हरिण से कुछ छोटे चंद्रविदुयुक्त को पुषत, बहुत से सींगोंवाले को मृग, न्यंकु इत्यादि कहते हैं ।

जंघाल ^२ वि॰ वेग से दौड़नेवाला [को॰] ।