जन्य
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जन्य ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ जन्या]
१. साधारण मनुष्य । जनसाधा— रण ।
२. किंवदंती । अफवाह ।
३. राष्ट्र या किसी देश के वासी ।
४. लड़ाई । युद्ध ।
५. हाट । बाजार ।
६. निंदा । परिवाद ।
७. वर । दूलह ।
८. वर के संबंधी जन । वर पक्ष के लोग ।
९. बराती ।
१०. जामाता । दामाद ।
११. पुत्र । बेटा । उ॰—अतुल अंबुकुल सा अमल भला कौन है अन्य । अंबुज जिसका जन्य तू धन्य धन्य ध्रुव धन्य ।—साकेत, पृ॰ २९३ ।
१२. पिता ।
१३. महादेव ।
१४. देह । शरीर ।
१५. जन्म । १६ जाति ।
१७. जन्म के समय होनेवाला शकुन या अप— शकुन (को॰) ।
जन्य वि॰
१. जन संबंधी ।
२. जो उत्पन्न हुआ हो । उदभूत ।
३. किसी जाति, देश, वंश या राष्ट्र से संबंध रखनेवाला ।
४. दैशिक । राष्ट्रीय । जातीय ।
५. साधारण । सामान्य । गँवारू (को॰) ।
६. (समासांत में) किसी से या किसी के द्वारा उत्पन्न । जैसे, तज्जन्य, दुःखजन्य ।