जबड़ा
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
जबड़ा संज्ञा पुं॰ [सं॰ जम्भ] मुँह में दोनों ओर ऊपर और नीचे की वे हड्डियाँ जिनमें डाढ़े जड़ी रहती हैं । कल्ला । मुहा॰—जबड़ा फाड़ना = मुँह खोलना । मुँह फाड़ना । जबड़े की तान=गवैयों की एक तान जो उत्तम नहीं मानी जाती । यौ॰—जबड़ातोड़=जबरदस्त । बलवान । मुँहतोड़ ।