जमीयत संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ जम्ईयत] योष्ठी । दल । परिषद् । जमाअत । समुदाय । उ॰—प्रत्येक सरदार के अपनी जमीयत के सांथ प्रतिवर्ष तीन महीने तक दरबार की सेवा में उपस्थित रहने की जो रीति चली आ रही है वह जारी रखी जायगी ।—राज॰ इति॰, पृ॰ १०४६ ।