जलतरंग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जलतरंग संज्ञा पुं॰ [सं॰ जलतरङ्ग]

१. जल का हिलोर । जल की लहर ।

२. एक प्रकार का बाजा । विशेष—यह बाजा धातु की बहुत सी छोटी बड़ी कटोरियों को एक क्रम से रखकर बनाया और बजाया जाता है । बजाने के समय सब कटोरियों में पानी भर दिया जाता है और उन कटोरियों पर किसी हलकी मुँगरी से आघात करके तरह तरह के ऊँचे नीचे स्वर उत्पन्न किए जाती हैं ।