जशन
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जशन संज्ञा पुं॰ [फा॰ जश्न, मि॰ सं॰ यजन]
१. धार्मिक उत्सव ।
२. किसी प्रकार का उत्सव । नाचगान । जलसा ।
३. आनंद । हर्ष । क्रि॰ प्र॰—करना । मनाना । होना ।
४. वह नाच और गाना जिसमें कई वेश्याएँ एक साथ संमिलित हों । यह बहुधा महफिल या जलसे की समाप्ति पर होता है । उ॰—क्यों भाई अब आज जशन होगा न ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ५२५ ।