जाड़ा संज्ञा पुं॰ [सं॰ जड़] १. वह ऋतु जिसमें बहुत ठंडक पड़ती हो । शीतकाल । सरदी का मौसम । विशेष—भारतवर्ष में जाड़ा प्राय:अगहन के मध्य से आरंभ होता है और फागुन के आरंभ तक रहता है । २. सरदी । शीत । पाला । ठंढ । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।—लगना ।