जानि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जानि ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] स्त्री । भार्या । जैसे, जानकीजानि । उ॰—सो मय दीन्ह रावनहिं आनी । होइहिं जातुधानपति जानि ।—तुलसी (शब्द॰) । विशेष—इस शब्द का प्रयोग समासांत में होता है और यह ह्नस्व इकरांत ही रहता है ।

जानि ^२पु वि॰ [सं॰ ज्ञानी] जानकार । जाननेवाला । उ॰— यह प्राकृत महिपाल सुझाऊ । जानि सिरोमनि कोसलराऊ ।—तुलसी (शब्द॰) ।

जानि कठिन शिव चाप बिसूरति । चली राखि उर स्यामल मूरति ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) जनु करुना बहु बेष बिसूरति ।—तुलसी (शब्द॰) ।