जाया
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जाया ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. विबाहिता स्त्री । पत्नी । जोरू । विशेषतः वह स्त्री जो किसी बालक को जन्म दे चुकी हो । उ॰—जरा मरन ते रहित अमाया । मात पिता सुत बंधु न जाया ।—सूर (शब्द॰) ।
२. उपजाति वृत्त का सतवाँ भेद जिसके पहले तीन चरमों में ( ज त ज ग ग ) /?/ /?/ और चौथे चरण में (त त ज ग ग ) /?/ /?/ होता है ।
३. जन्मकुंडली में लग्न से सातवाँ स्थान जहाँ से पत्नी के संबंध की गणना की जाती है ।
जाया ^२ वि॰ [अ॰ जाये या फा़॰ जायह्] खराब । नष्ट । व्यर्थ । खोया हुआ । क्रि॰ प्र॰—करना ।—जाना ।—होना ।