जारी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जारी ^१ वि॰ [अ॰]
१. बहता हुआ । प्रवाहित । जैसे, खून का जारी होना ।
२. चलता हुआ । प्रचलित । जैसे,—वह अख- बार जारी है या बंद हो गया ? क्रि॰ प्र॰—करना ।—रखना ।—होना ।
जारी ^२ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ जारी ( = रोना)]
१. एक प्रकार का गीत जिसे मुहरंम में ताजियों के सामने स्त्रीयाँ गाती हैं ।
२. रुदन । विलाप । यौ॰—गिरिया व जारी = रोना पीटना । विलाप ।
जारी ^३ संज्ञा पुं॰ [देश॰] झरबेरी का पौधा ।
जारी ^४ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ जार + ई (प्रत्य॰)] परस्त्री गमन । जार की क्रिया या भाव ।
जारी ^५ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'जाली' । उ॰—जारी अटारी, झरोखन, मोखन झाँकत दुरि दुरि ठौर ठौर तै परत काँकरी ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३४३ ।