जिकर

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जिकर संज्ञा पुं॰ [हिं॰ जिकिर] दे॰ 'जिकिर' । उ॰—फिरै गैब का छत्र जिकर का मुस्क लगाई ।—पलटू॰, भा॰ १, पृ॰ १०९ ।