जोक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जोक ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ जोंक] दे॰ 'जोंक' ।
जोक ^२पु संज्ञा पुं॰ [अ॰ जौक] उ॰— मँगे जीव तो घर बुला भेज उसूँ । करे जोक फूलाँ सूँ, भर सेज कूँ ।—दक्खिनी॰, पृ॰ ८७ ।
२. रुझान । चस्का । उ॰— खुशियाँ इशरताँ जोक दायम सो नित नित शहा के मंदिर में टिमटिम्याँ बजाय ।— दक्खिनी॰, पृ॰ ७३ ।