जोतना
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]जोतना क्रि॰ स॰ [सं॰ योजन, प्रा॰ युक्त, प्रा॰ जुत्त + हिं॰ ना (प्रत्य॰)]
१. रथ, गाड़ी, कोल्हू, चरसे आदि को चलाने के लिये उसके आगे बैल, घोड़े आदि पशु बाँधना । जैसे,—घोड़ा जोतना ।
२. गाड़ी या रथ आदि को उनमें घोड़े बैल आदि को जोतकर चलने के लिये तैयार करना । जैसे, गाड़ी जोतना ।
३. किसी को जबरदस्त किसी काम में लगाना ।
४. हल चलाक र खेती के लिये जमीन की मिट्टी खोदना । हल चलाना जैसे, खेत जोतना ।