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जोष

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जोष ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. प्रीति । प्रेम ।

२. सुख । आराम ।

३. सेवा ।

४. संतोष (को॰) ।

५. मौन (को॰) ।

जोष ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ योषा] स्त्री । नारी ।

जोष ^३ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'जोख' । उ॰—चढ़े न चातिक चित कबहुँ प्रियपयोद के दोष । तुलसी प्रेम पयोधि की तातें माप न जोख ।—तुलसी (शब्द॰) ।