जौन † ^१पु सर्व॰ [सं॰ यः पुनः (कः पुनः >कौन के साम्य पर बना)] जो ।
जौन ^२पु वि॰ जो । उ॰—जौन ठौर मोहिं आज्ञा होई । ताहि ठौर रैहौं मैं जोई ।—सूर (शब्द॰) ।
जौन ^३पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'यवन' ।