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ज्योतिष्क

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ज्योतिष्क संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. ग्रह, तारा, नक्षत्र आदि का समूह ।

२. मेथी ।

३. चित्रक वृक्ष । चीता ।

४. मनियारी का पेड़ ।

५. मेरु पर्वत के एक श्रृंग का नाम ।

६. जैन मतानुसार देवताओं का एक भेद जिसके अंतर्गत चंद्र, तारा, ग्रह, नक्षत्र और अकं हैं ।