ज्वरराज

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ज्वरराज संज्ञा पुं॰ [सं॰] ज्वर की एक औषध जो पारे, माक्षिक मैनसिल, हरताल, गंधक तथा भिलावें के योग से बनती है ।