ज्वाला

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ज्वाला संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अग्निशिखा । लपट ।

२. विष आदि की गरमी का ताप ।

३. गरमी । ताप । जलन । मुहा॰—ज्वाला फूँकना = (१) गरमी उत्पन्न करना । शरीर में दाह उत्पन्न करना । (२) प्रचंड क्रोध आना ।

४. दग्धान्न । भुना हुआ चावल ।

५. महाभारत के अनुसार तक्षक की पुत्री ज्वाला जिससे ऋक्ष ने विवाह किया था ।