झंखन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

झंखन संज्ञा स्त्री॰ [देशी √झंख, हिं॰ झंखना] झीखना । रोना- धोना । दुःख का प्रकाशन । उ॰— झंखन झुरवन सबही छोडो़ । झमकि करो गुरु सेव ।— कबीर श॰, भा॰ ४, पृ॰ २५ ।